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सपा और कांग्रेस के बीच रार बढ़ने से यह सवाल उठने लगा है कि क्या इंडिया गठबंधन पूरी तरह बनने से पहले ही टूट गया है

26 अक्तूबर 2023 सुमन भटनागर Political Analyst

सौजन्य राईट न्यूज़ इंडिया

।मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर सपा के नए ऐलान से तो यही लगता है। सपा अभी तक एमपी में कांग्रेस से केवल छह सीटें मांग रही थी। अब सपा ने 50 सीटों पर लड़ने का फैसला कर लिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि एमपी चुनाव के नतीजों के बाद दोनों में रार औऱ बढ़ेगी। इससे इंडिया गठबंधन का भविष्य भी बिगड़ने की आशंका जताई जाने लगी है। 

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस और सपा के रिश्तों की दिशा तय कर सकते हैं। लेकिन कांग्रेस की जीत और उसकी हार दोनों स्थिति में सपा से रार बढ़नी तय मानी जा रही है। अगर सपा के इतनी ज्यादा सीटों पर लड़ने और इस तरह से दबाव बनाने के बाद कांग्रेस हारती है तो पूरा ठीकरा समाजवादी पार्टी पर फूटेगा। ऐसे में इंडिया गठबंधन में रार और बढ़ जाएगी। दूसरी स्थिति यह हो सकती है कि सपा के इस दवाब और इतनी ज्यादा सीटों पर लड़ने के बाद भी कांग्रेस जीत जाए। ऐसे में वह सपा को कहीं भी क्यों भाव देगी।  

दोनों ही स्थिति में  इसका असर लोकसभा चुनाव के लिए बने ‘इंडिया’ गठबंधन की संभावनाओं पर भी पड़ सकता है। इससे दोनों दल के रिश्तों में बदलाव आ सकता है। यही नहीं अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में जीत हासिल करती है तो उसका पक्ष सही साबित होगा। पर इसके उलट भी संभावना बनती है। पिछली बार सपा एक सीट जीती थी अब यह संख्या बढ़ती है तो सपा भी आत्मविश्वास में दिखेगी। महज छह सीटों को लेकर शुरू हुआ विवाद किस मोड़ पर आगे पहुंचेगा इसका अंदाजा अगले महीने तक लग जाएगा।

इस तरह लोकसभा चुनाव गठबंधन से पहले मध्य प्रदेश के चुनावी नतीजों का सबको इंतजार रहेगा। कांग्रेस से अलग जाकर समाजवादी पार्टी ने अब तक वहां 41 प्रत्याशी उतार दिए हैं और यह संख्या 50 से ज�