जनवरी से अक्टूबर, 2023 के बीच 10 महीने की अवधि के दौरान दिल्ली में दैनिक औसत वायु गुणवत्ता ने दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सापेक्ष सुधार की प्रवृत्ति स्थापित की
नई दिल्ली, आरएस अनेजा।
दिल्ली में जनवरी से अक्टूबर, 2023 के बीच 10 महीने की अवधि के दौरान दैनिक औसत वायु गुणवत्ता ने पिछले 6 वर्षों (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) के दौरान इसी अवधि की तुलना में अपना सर्वश्रेष्ठ सूचकांक दर्ज किया और इस प्रकार दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में अपेक्षाकृत सुधार की एक निरंतर प्रवृत्ति देखी गई।
चालू वर्ष में उपरोक्त उल्लिखित अवधि के दौरान दिल्ली का दैनिक औसत एक्यूआई साल 2022 में 187, 2021 में 179, 2020 में 156, 2019 में 193 और 2018 में 201 के मुकाबले इस साल 2023 में 172 दर्ज किया गया है।
एक्यूआई का स्तर वर्षा और हवा की गति के स्तर से बहुत प्रभावित होता है जो प्रदूषकों/उत्सर्जन के फैलाव के लिए प्रमुख कारक हैं। अच्छी वायु गुणवत्ता के लिए प्रभावी फैलाव जरूरी है, भले ही क्षेत्र के सभी प्राथमिक स्रोतों से उत्सर्जन की मात्रा में नियंत्रण/कमी हो।
दिल्ली में अक्टूबर, 2023 के महीने में केवल 5.4 मिमी की एक दिन की अल्प वर्षा दर्ज की गई, जबकि अक्टूबर, 2022 और अक्टूबर 2021 के महीने के दौरान 6 और 7 दिनों की बारिश हुई थी जो क्रमशः लगभग 129 और 123 मिमी की संचयी वर्षा थी।
अक्टूबर, 2023 के महीने के दौरान हवा की औसत गति भी अपेक्षाकृत धीमी थी और महीने के दौरान हवा की गति लगभग "स्थिर" रही।
भारी वर्षा की कमी और हवा की कम गति के बावजूद अक्टूबर, 2023 के महीने में एक्यूआई 219 रहा जो अक्टूबर, 2022 के दौरान 210 के दैनिक औसत एक्यूआई से थोड़ा ही अधिक रहा।
दिल्ली में जनवरी से अक्टूबर 2023 के दौरान पिछले वर्षों की इसी अवधि की तुलना में (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) "अच्छी" से "मध्यम" वायु गुणवत्ता (दैनिक औसत एक्यूआई<200) वाले सबसे अधिक दिन (206) देखे गए हैं।
पिछले वर्षों में इस अवधि के दौरान "अच्छे" से "मध्यम" वायु गुणवत्ता वाले दिन क्रमशः 2022 में केवल 160, 2021 में 197, 2019 में 175 और 2018 में 157 थे।
2023 की इस अवधि में पिछले 6 वर्षों में पीएम2.5 और पीएम10 सांद्रता दैनिक औसत में भी उल्लेखनीय कमी देखी गई है।
2023 में जनवरी से अक्टूबर के दौरान दैनिक औसत पीएम2.5 सांद्रता लगभग 75 µgm/m3 दर्ज की गई, जबकि 2017 से 2022 (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) की इसी अवधि के दौरान यह 81-95 µgm/m3 के बीच थी।
इसी तरह, 2023 में दिल्ली में दैनिक औसत पीएम10 सांद्रता लगभग 173 µgm/m3 रही है, जो 2017 से 2022 (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) की इसी अवधि के दौरान 182-220 µgm/m3 की सीमा से काफी कम है।
इस समय के आसपास प्रचलित अत्यधिक प्रतिकूल मौसम संबंधी और जलवायु परिस्थितियों के मद्देनजर, जीआरएपी चरण-II के तहत उपायों को 21.10.2023 को सक्रिय रूप से लागू किया गया था ताकि जीआरएपी के चरण-III को यथासंभव देरी से लागू करने के प्रयासों की दिशा में निवारक उपायों को तेज किया जा सके। पिछले वर्षों में जीआरएपी चरण-III अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में लागू किया गया था, जो कि 2023 के दौरान नहीं था।
आयोग एक बार फिर हितधारकों से वायु प्रदूषण को कम करने से संबंधित सभी निर्देशों/दिशानिर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करने का आग्रह करता है। आयोग विशेष रूप से जीआरएपी की अनुसूची के तहत और नागरिकों से बेहतर वायु गुणवत्ता के लिए हमारे संयुक्त प्रयास में नागरिक चार्टर का पालन करने का आग्रह करता है।
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