अंत्योदय महासम्मेलन में सूचना, लोक संपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी रही बड़ा आकर्षण का केंद्र


चंडीगढ़, (KK) - हरियाणा सरकार द्वारा वीरवार को राज्य सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में करनाल जिला में आयोजित अंत्योदय महासम्मेलन में सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी एक बड़ा आकर्षण का केंद्र रही। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विभाग द्वारा लगभग 8000 वर्ग फुट एरिया में लगाई गई इस भव्य प्रदर्शनी में अंत्योदय परिवारों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई। 

इस प्रदर्शनी की सबसे खास बात यह रही कि बड़ी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई और अंत्योदय परिवारों के लिए सबसे अधिक प्रभावी 9 योजनाओं पर आधारित 9 सेल्फी प्वॉइंट बनाए गए। अंत्योदय परिवारों के सदस्यों ने भी 100-150 ग्रुप के अनुसार प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सेल्फी प्वॉइंट पर सेल्फी खींच कर प्रदर्शनी का आनंद लिया। 

9 मुख्य योजनाएं 

अंत्योदय- वंचित को दिया उनका हक 

मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत परिवार पहचान पत्र के डेटा की मदद से 1 लाख रुपये से कम वार्षिक आय परिवारों की पहचान की। 4 चरणों में 882 अंत्योदय मेला दिवसों में 1,04,169 में से 44,546 ऋण स्वीकृत। 5,001 परिवारों को वेतन रोजगार, 3,209 को कौशल प्रशिक्षण व 1630 को मानदेय दिया। सरकार ने प्रदेश के हर परिवार की वार्षिक आय कम से 1 लाख 80 हजार रुपये करने का लक्ष्य रखा है। 

सबके लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष्मान भारत / चिरायु योजना 

आयुष्मान भारत/चिरायु योजना में 1.80 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। अब हरियाणा सरकार ने इसमें 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 1500 रुपये वार्षिक अंशदान के साथ यह सुविधा दी है। अब तक 87 लाख आयुष्मान भारत / चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं और 8.56 लाख मरीजों के इलाज के लिए 1088 करोड़ रुपए की क्लेम दिए गए। 

अपना घर सपनों का घर, प्रधानमंत्री आवास योजना 

हरियाणा में प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरों में 67,649 मकान बनवाने का लक्ष्य है। 529 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से 15,045 मकान बनवाये गए और 15,258 निर्माणाधीन हैं। ग्रामीण में भी 28,440 मकान स्वीकृत हैं। 382 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से 26,362 मकान बनवाए गए हैं और 3077 निर्माणाधीन हैं। इतना ही नहीं, हरियाणा सरकार ने शहरों के अति गरीब 1 लाख लोगों को मकान उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना पोर्टल पर 2,89,855 लोगों ने पंजीकरण करवाया।

घर बैठे ऑटोमेटिकली बन रहे बी.पी.एल. राशन कार्ड 

हरियाणा सरकार ने देश में पहली बार बी.पी.एल. परिवारों को वार्षिक आय सीमा 1.20 लाख रुपये से 1.80 लाख रुपये की। पात्र परिवारों के घर बैठे 39 लाख बीपीएल राशन कार्ड ऑटोमेटिकली बनाए गए हैं। प्रदेश में अब बीपीएल कार्ड बनाने के लिए किसी सर्वे का इंतजार नहीं करना पड़ता और न ही लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। 

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना 

अनुसूचित जाति विमुक्त जाति एवं टपरीवास जाति के बी.पी.एल. परिवारों के साथ सभी वर्गों के 1.80 लाख रुपए तक वार्षिक आय वाले परिवार शामिल हैं। राज्य सरकार ने मकान मरम्मत के लिए 25,000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 80,000 रुपये किया है। इस योजना के तहत 66,000 से अधिक लाभार्थियों को 370 करोड़ रुपये की सहायता दी गई।

वरिष्ठ नागरिकों को मिला आत्मनिर्भरता और सम्मान का जीवन

हरियाणा में राज्य सरकार ने वृद्धावस्था सम्मान भत्ते को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ने से लोगों को पर बैठे लाभ मिल रहा है। पेंशन की पात्रता की वार्षिक आय सीमा 2 लाख रूपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की है । वृद्धावस्था सम्मान भते की राशि 2750 रुपये मासिक देश में सर्वाधिक हरियाणा में दो जा रही है। प्रोएक्टिव आधार पर 1.82 लाख वृद्धजनों को घर बैठे पेंशन का लाभ दिया गया है।

गरीब परिवार की बेटी की शादी पर शगुन 

हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री शगुन योजना में सरकार ने शगुन राशि बढ़ाकर 71,000 रुपये तक की है। पहले यह लाभ केवल 2 बेटियों तक मिलता था। अब इसे परिवार की सब बेटियों को देने का प्रावधान किया है। पिछले 9 सालों में बी.पी.एल. परिवारों की 2,58,000 कन्याओं के विवाह पर 821 करोड़ रुपये की राशि का शगुन दिया गया है। अब प्रो एक्टिव मोड पर 12,543 बेटियों की शादी पर 76 करोड़ रुपये का शगुन, शादी का पंजीकरण करवाते ही डीबीटी के माध्यम से सीधा खाते में डाले हैं। 

श्रम का सम्मान, श्रमिकों का कल्याण 

ई- श्रम पोर्टल पर 52 लाख असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है। अकुशल श्रमिकों का 10,661.28 रुपये और कुशल श्रमिक का 13,606.75 रुपये न्यूनतम मासिक वेतन निर्धारित किया है। काम के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने व सिलीकोसिस प्रभावित होने पर श्रमिक के परिवार को 5 लाख रुपये। की सहायता दी जाती है। बेटी की शादी पर 1.01 लाख रुपये, बच्चों को पहली कक्षा से स्नातकोत्तर तक व कोचिंग के लिए 20-20 हजार रुपये वार्षिक आर्थिक सहायता के साथ साथ 3,000 रुपये मासिक दिव्यांग पेंशन दी जाती है। 

दफ्तर, दस्तावेज व दरखास्त से मुक्ति 

हरियाणा सरकार ने परिवार पहचान पत्र बनाकर लोगों को दफ्तर, दस्तावेज व दरखास्त से मुक्ति दिलाई है। सभी योजनाओं का लाभ घर बैठे मिल रहा है। पीपीपी पर 71 लाख परिवारों के 2.83 करोड़ सदस्यों का डेटा अपडेट हुआ और 397 सेवाओं व योजनाओं को जोड़ा है। 45 लाख परिवारों ने योजनाओं का लाभ उठाया है। निरोगी हरियाणा योजना में 32 लाख गरीब लोगों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच व मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ घर बैठे दिया गया है।

हरियाणा सरकार द्वारा वीरवार को राज्य सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में करनाल जिला में आयोजित अंत्योदय महासम्मेलन में सूचना, लोक संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी एक बड़ा आकर्षण का केंद्र रही। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विभाग द्वारा लगभग 8000 वर्ग फुट एरिया में लगाई गई इस भव्य प्रदर्शनी में अंत्योदय परिवारों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई। 

इस प्रदर्शनी की सबसे खास बात यह रही कि बड़ी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई और अंत्योदय परिवारों के लिए सबसे अधिक प्रभावी 9 योजनाओं पर आधारित 9 सेल्फी प्वॉइंट बनाए गए। अंत्योदय परिवारों के सदस्यों ने भी 100-150 ग्रुप के अनुसार प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सेल्फी प्वॉइंट पर सेल्फी खींच कर प्रदर्शनी का आनंद लिया। 

9 मुख्य योजनाएं 

अंत्योदय- वंचित को दिया उनका हक 

मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत परिवार पहचान पत्र के डेटा की मदद से 1 लाख रुपये से कम वार्षिक आय परिवारों की पहचान की। 4 चरणों में 882 अंत्योदय मेला दिवसों में 1,04,169 में से 44,546 ऋण स्वीकृत। 5,001 परिवारों को वेतन रोजगार, 3,209 को कौशल प्रशिक्षण व 1630 को मानदेय दिया। सरकार ने प्रदेश के हर परिवार की वार्षिक आय कम से 1 लाख 80 हजार रुपये करने का लक्ष्य रखा है। 

सबके लिए सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं, आयुष्मान भारत / चिरायु योजना 

आयुष्मान भारत/चिरायु योजना में 1.80 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। अब हरियाणा सरकार ने इसमें 3 लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी 1500 रुपये वार्षिक अंशदान के साथ यह सुविधा दी है। अब तक 87 लाख आयुष्मान भारत / चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं और 8.56 लाख मरीजों के इलाज के लिए 1088 करोड़ रुपए की क्लेम दिए गए। 

अपना घर सपनों का घर, प्रधानमंत्री आवास योजना 

हरियाणा में प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरों में 67,649 मकान बनवाने का लक्ष्य है। 529 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से 15,045 मकान बनवाये गए और 15,258 निर्माणाधीन हैं। ग्रामीण में भी 28,440 मकान स्वीकृत हैं। 382 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता से 26,362 मकान बनवाए गए हैं और 3077 निर्माणाधीन हैं। इतना ही नहीं, हरियाणा सरकार ने शहरों के अति गरीब 1 लाख लोगों को मकान उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना पोर्टल पर 2,89,855 लोगों ने पंजीकरण करवाया।

घर बैठे ऑटोमेटिकली बन रहे बी.पी.एल. राशन कार्ड 

हरियाणा सरकार ने देश में पहली बार बी.पी.एल. परिवारों को वार्षिक आय सीमा 1.20 लाख रुपये से 1.80 लाख रुपये की। पात्र परिवारों के घर बैठे 39 लाख बीपीएल राशन कार्ड ऑटोमेटिकली बनाए गए हैं। प्रदेश में अब बीपीएल कार्ड बनाने के लिए किसी सर्वे का इंतजार नहीं करना पड़ता और न ही लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं। 

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना 

अनुसूचित जाति विमुक्त जाति एवं टपरीवास जाति के बी.पी.एल. परिवारों के साथ सभी वर्गों के 1.80 लाख रुपए तक वार्षिक आय वाले परिवार शामिल हैं। राज्य सरकार ने मकान मरम्मत के लिए 25,000 रुपये की राशि को बढ़ाकर 80,000 रुपये किया है। इस योजना के तहत 66,000 से अधिक लाभार्थियों को 370 करोड़ रुपये की सहायता दी गई।

वरिष्ठ नागरिकों को मिला आत्मनिर्भरता और सम्मान का जीवन

हरियाणा में राज्य सरकार ने वृद्धावस्था सम्मान भत्ते को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ने से लोगों को पर बैठे लाभ मिल रहा है। पेंशन की पात्रता की वार्षिक आय सीमा 2 लाख रूपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की है । वृद्धावस्था सम्मान भते की राशि 2750 रुपये मासिक देश में सर्वाधिक हरियाणा में दो जा रही है। प्रोएक्टिव आधार पर 1.82 लाख वृद्धजनों को घर बैठे पेंशन का लाभ दिया गया है।

गरीब परिवार की बेटी की शादी पर शगुन 

हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री शगुन योजना में सरकार ने शगुन राशि बढ़ाकर 71,000 रुपये तक की है। पहले यह लाभ केवल 2 बेटियों तक मिलता था। अब इसे परिवार की सब बेटियों को देने का प्रावधान किया है। पिछले 9 सालों में बी.पी.एल. परिवारों की 2,58,000 कन्याओं के विवाह पर 821 करोड़ रुपये की राशि का शगुन दिया गया है। अब प्रो एक्टिव मोड पर 12,543 बेटियों की शादी पर 76 करोड़ रुपये का शगुन, शादी का पंजीकरण करवाते ही डीबीटी के माध्यम से सीधा खाते में डाले हैं। 

श्रम का सम्मान, श्रमिकों का कल्याण 

ई- श्रम पोर्टल पर 52 लाख असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है। अकुशल श्रमिकों का 10,661.28 रुपये और कुशल श्रमिक का 13,606.75 रुपये न्यूनतम मासिक वेतन निर्धारित किया है। काम के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने व सिलीकोसिस प्रभावित होने पर श्रमिक के परिवार को 5 लाख रुपये। की सहायता दी जाती है। बेटी की शादी पर 1.01 लाख रुपये, बच्चों को पहली कक्षा से स्नातकोत्तर तक व कोचिंग के लिए 20-20 हजार रुपये वार्षिक आर्थिक सहायता के साथ साथ 3,000 रुपये मासिक दिव्यांग पेंशन दी जाती है। 

दफ्तर, दस्तावेज व दरखास्त से मुक्ति 

हरियाणा सरकार ने परिवार पहचान पत्र बनाकर लोगों को दफ्तर, दस्तावेज व दरखास्त से मुक्ति दिलाई है। सभी योजनाओं का लाभ घर बैठे मिल रहा है। पीपीपी पर 71 लाख परिवारों के 2.83 करोड़ सदस्यों का डेटा अपडेट हुआ और 397 सेवाओं व योजनाओं को जोड़ा है। 45 लाख परिवारों ने योजनाओं का लाभ उठाया है। निरोगी हरियाणा योजना में 32 लाख गरीब लोगों के स्वास्थ्य की मुफ्त जांच व मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ घर बैठे दिया गया है।

रियाणा गठन की 57वीं वर्षगांठ पर यहां आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम कई मायनों में अहम रहा। विगत नौ वर्षों से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को पहले पायदान पर लाने के लिये कार्य कर रहे हैं।  मुख्यमंत्री का यह सपना आज उस समय साकार नजर आया जब  केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह अंत्योदय महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।

हरियाणा का करनाल जिला प्रदेश का सबसे अधिक पैदावार देने वाला जिला है। हरित क्रांति में अहम योगदान देने वाला यह जिला अब श्वेत क्रांति की ओर भी अग्रसर है। यहां के मत्स्य पालक सुलतान सिंह को पदम श्री पुरस्कार से भी नवाजा गया है। सहकारिता के क्षेत्र में भी यह जिला नई बुलंदियां छू रहा है। पिछले दिनों सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ही यहां      एग्रो मॉल को हैफेड का निर्यातक हाउस के रूप में लोकार्पण किया था। अब हैफेड के सभी उत्पाद एक ही छत के नीचे आ गये हैं और उनका निर्यात संभव हुआ है।

एक बार फिर आज अमित शाह  यहां सेक्टर चार में आयोजित अंत्योदय महासम्मेलन में पहुंचे और लोगों की विशेषकर महिलाओं की उपस्थिति देखकर गदगद नजर आये। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अंत्योदय भावना से जनसेवा करने के लिये पीठ भी थपथपाई। इससे आने वाले चुनावों के लिये भी अमित शाह स्पष्ट संदेश दे गये कि मनोहर लाल ही पार्टी पसंद हैं।

आज का अंत्योदय महासम्मेलन भी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के लिये अग्रि परीक्षा से कम नहीं है जब 2014 में पहली बार 26 अक्तूबर को मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा था तो उस समय एकाएक ही 22 जनवरी 2015 को ऐतिहासिक नगरी पानीपत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं, राष्टï्रव्यापी अभियान की शुरूआत करने की जिम्मेवारी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को सौंप दी थी। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों, प्रबुद्घ व्यक्तियों व खापों के सहयोग से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान सफल हुआ और हरियाणा में लिंगानुपात उस समय एक हजार लडक़ों के पीछे 861 लड़कियों का था जो अब बढक़र 922 हो गया है। यह समाज में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच का परिणाम है। कभी हरियाणा के नाम पर कन्या भ्रूण हत्या का कलंक था उसको मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने धोया है। आज हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में लोहा मनवा रही है। खेल, शिक्षा, स्वास्थ्य की बात है यहां तक कि चंद्रयान-3 में भी हरियाणा की बेटियों ने अहम योगदान रहा।

अंत्योदय महासम्मेलन में महिलाओं की भागेदारी देखने को मिली। कुल 17 में से 5 प्रवेश द्वारा केवल महिलाओं के लिये बनाये गये थे। पांचों पर प्रवेश के लिये महिलाओं की लंबी कतारें लगी रहीं। महिला पुलिस कर्मियों में भी आगंतुक महिलाओं के लिये प्रवेश करवाने में उत्सुकता देखने को मिली। लाभार्थियों के साथ-साथ कुछ महिलाओं को चूल्हा चौकी का निपटा कर केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को सुनने पहुंची थी। मुख्यमंत्री का जनसंवाद कार्यक्रम में भी महिलाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही है। कुछ महिलाओं का कहना था कि उनके पड़ोस के गांव व शहर में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का जनसंवाद कार्यक्रम हुआ, था उस समय किसी कारणवश मुख्यमंत्री को सुनने नहीं पहुंच सकी थी। इसलिये आज कुछ संगिनियों के साथ यहां पहुंची हैं। पहली बार 50 प्रतिशत से अधिक पंचायती राज संस्थाओं में पढ़ी लिखी महिलाओं की भागीदारिता मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रयासों से संभव हुई है। जनसंवाद कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री के साथ मंच सांझा कर महिला सरपंच खुद  को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। आज अंत्योदय महासम्मेलन भी मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम से कम नहीं है और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लेकर समाज में संदेश दिया है कि वे अब घूंघट की आड़ में चूल्हा चौकी तक सीमित नहीं है बल्कि हर क्षेत्र में पुरूषों के मुकाबले आगे हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने महिलाओं को ऐसा अवसर प्रदान किया है इसके लिये कई महिलाओं ने खुले मन से सीएम की तारीफ की। कुछ का कहना था कि मुख्यमंत्री ने पढ़ी लिखी पंचायत देने के लिये सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ाई लड़ी, यह देश में किसी छिपा नहीं है।
चंडीगढ़, 2 नवंबर - हरियाणा गठन की 57वीं वर्षगांठ पर यहां आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम कई मायनों में अहम रहा। विगत नौ वर्षों से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत पर चलते हुए समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को पहले पायदान पर लाने के लिये कार्य कर रहे हैं।  मुख्यमंत्री का यह सपना आज उस समय साकार नजर आया जब  केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह अंत्योदय महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।

हरियाणा का करनाल जिला प्रदेश का सबसे अधिक पैदावार देने वाला जिला है। हरित क्रांति में अहम योगदान देने वाला यह जिला अब श्वेत क्रांति की ओर भी अग्रसर है। यहां के मत्स्य पालक सुलतान सिंह को पदम श्री पुरस्कार से भी नवाजा गया है। सहकारिता के क्षेत्र में भी यह जिला नई बुलंदियां छू रहा है। पिछले दिनों सहकारिता मंत्री अमित शाह ने ही यहां      एग्रो मॉल को हैफेड का निर्यातक हाउस के रूप में लोकार्पण किया था। अब हैफेड के सभी उत्पाद एक ही छत के नीचे आ गये हैं और उनका निर्यात संभव हुआ है।

एक बार फिर आज अमित शाह  यहां सेक्टर चार में आयोजित अंत्योदय महासम्मेलन में पहुंचे और लोगों की विशेषकर महिलाओं की उपस्थिति देखकर गदगद नजर आये। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अंत्योदय भावना से जनसेवा करने के लिये पीठ भी थपथपाई। इससे आने वाले चुनावों के लिये भी अमित शाह स्पष्ट संदेश दे गये कि मनोहर लाल ही पार्टी पसंद हैं।

आज का अंत्योदय महासम्मेलन भी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के लिये अग्रि परीक्षा से कम नहीं है जब 2014 में पहली बार 26 अक्तूबर को मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा था तो उस समय एकाएक ही 22 जनवरी 2015 को ऐतिहासिक नगरी पानीपत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं, राष्टï्रव्यापी अभियान की शुरूआत करने की जिम्मेवारी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को सौंप दी थी। सरकारी प्रयासों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों, प्रबुद्घ व्यक्तियों व खापों के सहयोग से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं अभियान सफल हुआ और हरियाणा में लिंगानुपात उस समय एक हजार लडक़ों के पीछे 861 लड़कियों का था जो अब बढक़र 922 हो गया है। यह समाज में लड़कियों के प्रति सकारात्मक सोच का परिणाम है। कभी हरियाणा के नाम पर कन्या भ्रूण हत्या का कलंक था उसको मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने धोया है। आज हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में लोहा मनवा रही है। खेल, शिक्षा, स्वास्थ्य की बात है यहां तक कि चंद्रयान-3 में भी हरियाणा की बेटियों ने अहम योगदान रहा।

अंत्योदय महासम्मेलन में महिलाओं की भागेदारी देखने को मिली। कुल 17 में से 5 प्रवेश द्वारा केवल महिलाओं के लिये बनाये गये थे। पांचों पर प्रवेश के लिये महिलाओं की लंबी कतारें लगी रहीं। महिला पुलिस कर्मियों में भी आगंतुक महिलाओं के लिये प्रवेश करवाने में उत्सुकता देखने को मिली। लाभार्थियों के साथ-साथ कुछ महिलाओं को चूल्हा चौकी का निपटा कर केंद्रीय गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को सुनने पहुंची थी। मुख्यमंत्री का जनसंवाद कार्यक्रम में भी महिलाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही है। कुछ महिलाओं का कहना था कि उनके पड़ोस के गांव व शहर में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का जनसंवाद कार्यक्रम हुआ, था उस समय किसी कारणवश मुख्यमंत्री को सुनने नहीं पहुंच सकी थी। इसलिये आज कुछ संगिनियों के साथ यहां पहुंची हैं। पहली बार 50 प्रतिशत से अधिक पंचायती राज संस्थाओं में पढ़ी लिखी महिलाओं की भागीदारिता मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रयासों से संभव हुई है। जनसंवाद कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री के साथ मंच सांझा कर महिला सरपंच खुद  को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। आज अंत्योदय महासम्मेलन भी मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम से कम नहीं है और बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लेकर समाज में संदेश दिया है कि वे अब घूंघट की आड़ में चूल्हा चौकी तक सीमित नहीं है बल्कि हर क्षेत्र में पुरूषों के मुकाबले आगे हैं। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने महिलाओं को ऐसा अवसर प्रदान किया है इसके लिये कई महिलाओं ने खुले मन से सीएम की तारीफ की। कुछ का कहना था कि मुख्यमंत्री ने पढ़ी लिखी पंचायत देने के लिये सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ाई लड़ी, यह देश में किसी छिपा नहीं है।

Previous
Previous

हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर सफाई कर्मचारियों को करेंगे पक्का: डॉ. अशोक तंवर

Next
Next

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया 5 नई योजनाओं का शुभारंभ