विकसित भारत संकल्प यात्रा, 203 ग्राम पंचायतों में 1232 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए

आरएस अनेजा, नई दिल्ली

पूरे देश में केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से एक अभूतपूर्व पहल के क्रम में, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया। तात्कालिक सेवा-सुविधा के लिए, डाक विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों द्वारा विभिन्न शिविर लगाए जा रहे हैं। सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में नागरिकों को सूचित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए शुरू की गयी इस यात्रा का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और कल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचाना है।

जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरकारी योजनाओं के संदेश देने वाली विशेष रूप से डिजाइन की गई आईईसी वैन को हरी झंडी दिखाई। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत ऑन-स्पॉट सेवाओं के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के रुकने वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

पहले सप्ताह में, 21 नवंबर 2023 तक, 203 ग्राम पंचायतों में 1232 स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए हैं, जिसमें कुल 1,66,000 से अधिक लोग उपस्थित हुए। 

यात्रा का एक सप्ताह पूरा होने के बाद राज्यों से कुछ सकारात्मक रिपोर्टें इस प्रकार हैं:

झारखंड - वीबीएसपी शिविरों के साथ पीवीटीजी क्षेत्रों में एससीडी स्क्रीनिंग की गई। वीबीएसवाई के दौरान झारखंड के सभी जिलों में पहली बार सिकल सेल स्क्रीनिंग शुरू हुई। डीडी और डीएनएच ने यात्रा वैन के साथ एक अतिरिक्त वैन - श्रमयोगी स्वास्थ्य सेवा मोबाइल वैन भी जोड़ी है। यह वैन यात्रा के सभी मार्गों पर साथ रहेगी।

जम्मू और कश्मीर - भीषण सर्दी और जीपी डावर जैसे दूरदराज के इलाकों में कठिन आवागमन जैसी चुनौतियों के बावजूद, लगभग 35,000 की आबादी तक आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ बेहतर समन्वय किया जा रहा है।

अरुणाचल प्रदेश - तवांग जिले के समुदाय ने जागरूकता बढ़ाने के लिए नुक्कड़ और नाटक जैसे शैक्षिक नाटक आयोजित करने की पहल की।

कुछ राज्यों ने अपने सामने आने वाली समस्याओं की भी जानकारी दी। महाराष्ट्र में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन में चुनौती आई, लेकिन एएनएम और आशा द्वारा सभी गतिविधियों को अंजाम देते हुए शिविर सफलतापूर्वक आयोजित किए गए। महाराष्ट्र में, यह भी बताया गया कि वैन दूरदराज के इलाकों और बस्तियों तक पहुंचीं और यह सुनिश्चित किया कि ये आवश्यक सेवाएं सभी के लिए सुलभ हों।

इस यात्रा ने आयुष्मान गोल्डन कार्ड योजना को गति देने और प्रचारित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के कई ब्लॉकों ने यात्रा अवधि के दौरान सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की। गुजरात ने आधार कार्ड और राशन कार्ड के कुशल वितरण के लिए यात्रा मंच का उपयोग किया। त्रिपुरा ने वीबीएसपी के दौरान आय प्रमाण पत्र और विकलांग प्रमाण पत्र प्रभावी ढंग से जारी करने के लिए इस मंच का लाभ उठाया।

अधिकांश राज्यों ने बताया है कि स्वास्थ्य शिविरों ने सिकल सेल, तपेदिक, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से ग्रस्त संदिग्ध व्यक्तियों की आसान पहचान और उन्हें रोग निवारण की सुविधा प्रदान की है।

***

Previous
Previous

54वें इफ्फी में मणिपुरी फिल्म एंड्रो ड्रीम्स से भारतीय पैनोरमा गैर-फीचर फिल्म खंड की शुरुआत

Next
Next

आईएनएस सुमेधा मिशन मोज़ाम्बिक के मापुटो में तैनात