सरकार ने 32.69 करोड़ की 14 नई परियोजनाओं को दी मंजूरी
चंडीगढ़, (KK) - हरियाणा सरकार ने प्रदेश की ग्रामीण आबादी के जीवन में परिवर्तनकारी बदलाव लाने के प्रयास में 2 जिलों फतेहाबाद और हिसार में संवर्धन ग्रामीण जल आपूर्ति-राज्य योजना के तहत 32.69 करोड़ रुपये से अधिक की 14 नई परियोजनाओं को लागू करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज यहां जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली इन परियोजनाओं को प्रशासनिक मंजूरी प्रदान की।
इस बारे में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि "ऑग्मेंटेशन रूरल वाटर सप्लाई-स्टेट प्लान" के तहत नए कार्यों में जिला हिसार के नारनौंद कस्बे के एमसी क्षेत्र में 4.23 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से शेष सीवर लाइनें बिछाना शामिल है। इसके अलावा जिला फतेहाबाद के गांव बलियाला और बोरा में नहर आधारित जल कार्य बलियाला का निर्माण की अनुमानित लागत 7.23 करोड़, गांव करांडी तहसील टोहाना जिला की विभिन्न गलियों में 23.32 लाख रुपये की अनुमानित लागत से डीआई जल आपूर्ति पाइपलाइन बिछाना, फतेहाबाद जिला के गांव मढ़ में स्वतंत्र नहर आधारित जल निर्माण कार्य का निर्माण 3.93 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से, गांव नांगल में 1.04 करोड़ रूपये की लागत से जलापूर्ति योजना का विस्तार , गाँव दुलत में 24.35 लाख रुपये की अनुमानित लागत से डीआई जल आपूर्ति पाइपलाइन बिछाना, गांव रत्ताखेड़ा में 1.54 करोड़ रूपये की लागत से जलापूर्ति योजना का विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि फतेहाबाद जिला के ही गांव अलावलवास में मौजूदा वितरण प्रणाली का प्रतिस्थापन और जल कार्य संरचनाओं की मरम्मत पर 2.77 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से , गांव बीरबाड़ी में 3.17 करोड़ की लागत से स्वतंत्र नहर आधारित जल कार्य प्रदान करना, गाँव बुवान में 1.86 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से जल आपूर्ति योजना में सुनिश्चित कच्चे पानी के लिए एक संप वेल के निर्माण, राइजिंग मेन उपलब्ध कराने और बिछाने , दादूपुर ढाणी के लिए 1.83 करोड़ रूपये की लागत से एक अतिरिक्त बूस्टिंग स्टेशन, राइजिंग मेन का निर्माण और 1.11 करोड़ रूपये की लागत से गांव दरियापुर में जल कार्यों की मौजूदा संरचना की मरम्मत, ग्राम गादली में 1.34 करोड़ रूपये की लागत से जल आपूर्ति योजना का आधुनिकीकरण तथा गांव जंडली खुर्द में 2.11 करोड़ रूपये की लागत से जल आपूर्ति योजना का विस्तार और बूस्टिंग स्टेशन का निर्माण, जल कार्य संरचनाओं की मरम्मत की जाएगी।