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केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जूनागढ़ में 'स्मृति पर्व' कार्यक्रम को संबोधित किया

आरएस अनेजा, नई दिल्ली

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज गुजरात के जूनागढ़ में दिव्यकांत नाणावटी जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित 'स्मृति पर्व' कार्यक्रम को संबोधित किया।

अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि दिव्यकांत नाणावटी जी उन लोगों में से हैं जो समाज के लिए जीते है और दूसरों के लिए कुछ करते हैं। उन्होंने कहा कि रुपायतन संस्था ने आज एक ऐसी पुस्तक का प्रकाशन किया है नई पीढ़ी के नेताओं को निश्चित रूप से मार्गदर्शन देने वाली सिद्ध होगी। श्री शाह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अगर कोई 100 सालों के बाद भी याद करता है तो इसका अर्थ है कि उस व्यक्ति का जीवन सार्थक रहा है। दिव्यकांत जी लगातार दो बार विधायक बने और गुजरात के कानून और न्याय मंत्री भी रहे और उन्होंने ना सिर्फ जूनागढ़ बल्कि गुजरात के सार्वजनिक जीवन में भी अनेक प्रकार के योगदान दिए।


केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भक्तिसाहित्य की श्रेष्ठतम विभूति नरसिंह मेहता जी ने अपना पूरा जीवन साहित्य को समर्पित कर दिया और उनके जैसा उत्कृष्ट साहित्यकार मिलना असंभव है। उन्होंने कहा कि मेहता जी ने वेदो और उपनिषदों का सारा रहस्य, संक्षिप्त तरीके से और आसान भाषा में लोगो के सामने रखा। उन्होंने कहा कि उस जमाने में अस्पृश्यता का विरोध करने की हिम्मत सिर्फ नरसिंह मेहता ही कर सकते थे। शाह ने कहा कि अगर सामाजिक न्याय के बारे में जानना है तो एक बार नरसिंह मेहता जी को समझना होगा। उन्होंने कहा कि नरसिंह मेहता जी की इस पावन भूमि पर रुपायतन संस्था ने इस भूमि के पुत्र दिव्यकांत जी की स्मृति में पुस्तक प्रकाशित की है, जो निश्चित रुप से जूनागढ़ और गुजरात के सार्वजनिक जीवन में काम करने वाले लोगो के लिए एक प्रेरणा बनेगी।


अमित शाह ने कहा कि रुपायतन संस्था भी लगभग 75 सालों से सामाजिक जीवन के विभिन्न आयामों पर बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भीखुदान जी ने गुजरात और सौराष्ट्र की कला को पुरानी पीढी से नई पीढी तक पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भीखुदान गढवी, काग बापू और आज के साहित्यकारों के बीच की पीढी के सेतु  और उन्होंने गुजरात के साहित्य में बहुत बडा योगदान दिया है। शाह ने कहा कि जब नरेन्द्र मोदी पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने भीखुदान जी के योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के योग्य व्यक्ति को पद्म पुरस्कार मिल सके इसकी पूरी व्यवस्था खड़ी करने का काम किया।

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