भारत और फ़िनलैंड के बीच आज पहली उच्च स्तरीय वार्ता

आरएस अनेजा, नई दिल्ली

शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग के सचिव के. संजय मूर्ति ने आज फिनलैंड के शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय में स्‍थायी सचिव सुश्री अनीता लेहिकोइनेन के साथ पहली भारत-फिनलैंड उच्च स्तरीय बैठक की वर्चुअल माध्यम से सह-अध्यक्षता की।

दोनों पक्षों ने स्कूली शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और उच्च शिक्षा में संबंधित नीतियों पर विस्‍तृत चर्चा की तथा इन क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करने के अवसर भी तलाशे। उन्होंने समृद्ध सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अधिक ठोस प्रस्तावों और कार्य योजनाओं का भी आह्वान किया। प्रारंभिक से वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, छात्रों के आवागमन और कौशल विकास जैसे पारस्परिक हित के क्षेत्रों पर एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया।

दोनों पक्षों ने शिक्षकों, विशेष रूप से एसटीईएम शिक्षकों के क्षमता निर्माण और शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सहयोग करने में विशेष रुचि दिखाई। अनुसंधान सहयोग आम रुचि का एक अन्य क्षेत्र था, विशेष रूप से नई और उभरती प्रौद्योगिकियों, एआई, क्वांटम टेक, स्थिरता, जलवायु परिवर्तन के क्षेत्रों में, भारतीय पक्ष ने एनईपी 2020 के तहत उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए लाए गए नए नियमों की भी जानकारी दी।

भारत और फ़िनलैंड के बीच पारंपरिक रूप से मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। इस वर्ष दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। भारत और फ़िनलैंड के बीच स्कूल और उच्च शिक्षा व कौशल में सहयोग जारी है। दोनों देशों ने दिसम्‍बर 2022 में एक प्रवासन और स्‍थानांतरण साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत भारत से प्रशिक्षित श्रमशक्ति के स्‍थानांतरण के बारे में बातचीत चल रही है।

स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने आपसी हित के क्षेत्रों में सूचना और विषय-वस्‍तु साझा कर शैक्षिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मार्च 2022 में फिनिश नेशनल एजेंसी ऑफ एजुकेशन (ईडीयूएफआई) के साथ 5 साल के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। उच्च शिक्षा में दोनों पक्षों ने फ़िनिश इंडियन कंसोर्टियम फ़ॉर रिसर्च एंड एजुकेशन (एफआईसीओआरई), ग्लोबल इनोवेशन नेटवर्क फ़ॉर टीचिंग एंड लर्निंग (जीआईएनटीएल), स्कीम प्रमोशन ऑफ़ एकेडमिक एंड रिसर्च कोलैबोरेशन (एसपीएआरसी) और ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडेमिक नेटवर्क (जीआईएएन) जैसी वर्तमान विभिन्न संयुक्त पहलों के तहत सक्रिय सहयोग किया है। दोनों पक्ष अकादमिक अनुसंधान में इस तरह के सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हुए।


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