ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने देहरादून हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया

आरएस अनेजा, नई दिल्ली

केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने आज नई दिल्ली से देहरादून हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी देहरादून से शामिल हुए।

अपने उद्घाटन भाषण में ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने कहा, "हवाई अड्डे का संचालन निर्बाध रूप से करने के लिए नए टर्मिनल भवन के निर्माण की योजना दो चरणों में तैयार की गई। टर्मिनल के पहले चरण में 28,729 वर्ग मीटर और दूसरे चरण में 14,047 वर्ग मीटर के चालू होने के बाद, टर्मिनल का समग्र क्षेत्र बढ़कर 42,776 वर्ग मीटर हो चुका है और इस प्रकार से टर्मिनल की कुल क्षमता 10 गुना हो चुकी है।

सिंधिया ने हवाई संपर्क को विकसित करने के लिए किए जा रहे विकासात्मक कार्यों के बारे में विस्तार से कहा, “सरकार उत्तराखंड में तीन हवाई अड्डों यानी देहरादून, पंतनगर, पिथौरागढ़ को अपग्रेड कर रही है और सात हेलीपोर्ट की शुरुआत की गई है, जिनमें अल्मोड़ा, चिन्यालीसौड़, गौचर, सहस्त्रधारा, नई टिहरी, श्रीनगर और हल्द्वानी हेलीपोर्ट शामिल हैं। धारचूला, हरिद्वार, जोशीमठ, मसूरी, नैनीताल और रामनगर हेलीपोर्ट्स का भी विकास किया जा रहा है तथा आने वाले वर्षों में हेलीपोर्ट्स की संख्या बढ़ाकर 21 हो जाएगी।”

देहरादून में संपर्क का विकास

हवाई अड्डा एक केंद्र के रूप में कार्य करेगा जो उत्तराखंड को अन्य हिस्सों को जोड़ेगा। देहरादून के पास 2004 में केवल 3 गंतव्यों के साथ हवाई संपर्क था लेकिन माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, यह शहर अब 13 गंतव्यों से जुड़ चुका है। 2014 में इस हवाई अड्डे में प्रति सप्ताह केवल 46 उड़ान शामिल थे लेकिन वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर 200 उड़ानें हो चुकी हैं, जो 130 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

देहरादून हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल भवन

326.42 एकड़ में फैले इस हवाई अड्डे को जॉली ग्रांट एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। ऋषिकेश से 20 किमी और हरिद्वार से 35 किमी दूर स्थित यह हवाई अड्डा सालाना 10 लाख यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है। इसे गढ़वाल के एयर गेटवे के रूप में भी जाना जाता है और उत्तराखंड के पर्यटन में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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