केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के लिए डॉट का डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म लॉन्च किया
आरएस अनेजा, नई दिल्ली
केंद्रीय संचार, रेल और इलेक्ट्रोनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान की उपस्थिति में साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने के उद्देश्य से हितधारकों के बीच समन्वय के लिए दूरसंचार विभाग (डीओटी) के 'डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी)' लॉन्च किया और नागरिकों को संचार साथी पोर्टल (https://sancharsathi.gov.in) पर संदिग्ध धोखाधड़ी संचार की सक्रिय रूप से सूचना देने के लिहाज से सशक्त बनाने के लिए एक प्रमुख पहल 'चक्षु' सुविधा शुरू की।
इस अवसर पर, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार सुरक्षित भारत परियोजना के तहत राष्ट्रीय, संगठनात्मक और व्यक्तिगत तीन स्तरों पर साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार विभाग ने जागरूकता फैलाने के लिए ऐसी कई पहल की हैं, जिससे नागरिक अपनी शिकायतों के समाधान के लिए ऐसे टूल्स का उपयोग कर सकें और साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचा सकें। श्री वैष्णव ने इस संबंध में "संचार साथी" पोर्टल का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे ऐसे हमलों से सफलतापूर्वक निपटने में मदद मिली है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आज लॉन्च हुए दो पोर्टलों- डीआईपी और चक्षु के साथ मिलकर, इन टूल्स से किसी भी प्रकार के साइबर सुरक्षा खतरे की जांच करने की क्षमता और योग्यता में इजाफा होगा।
संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने दूरसंचार विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इसने साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने कहा कि नए और उभरते हुए धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिए ऐसी कई परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं।