भाजपा सरकार किसानों की दुश्मन है: अभय सिंह चौटाला

कहा - फसल भीगने से किसानों को हुए नुकसान के लिए पूर्ण रूप से भाजपा सरकार दोषी है

एक हफ्ता पहले ही मौसम विभाग ने बारिश होने की चेतावनी दे दी थी, उसके बाद भी सरकार सोई रही और मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल को भीगने से रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए

मौसम विभाग ने 19 अप्रैल को भी बारिश होने की सूचना जारी की है जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार मंडियों में तुरंत पुख्ता इंतजाम करे

चंडीगढ़, 16 अप्रैल। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश में हुई बारिश के कारण भीगने से मंडियों में रखी लाखों क्विंटल गेहूं और सरसों की फसल खराब हो गई। फसल भीगने से किसानों को हुए नुकसान के लिए पूर्ण रूप से भाजपा सरकार दोषी है। आज मौसम विभाग तकनीकी तौर पर सक्षम है और बारिश होने की संभावना को कई दिन पहले ही बता देता है। अब भी एक हफ्ता पहले ही मौसम विभाग ने बारिश होने की चेतावनी दे दी थी। उसके बाद भी सरकार सोई रही और मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल को भीगने से रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार जानबूझ कर चाहती है कि किसानों को नुकसान पहुंचे। अभी तक भी सरकार द्वारा मंडियों में नियमित खरीद एवं फसल उठान की कोई व्यवस्था नहीं की है। सबसे बड़ी बात उठान में देरी होने के कारण किसानों को भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। कई मंडियों में गेट पास नहीं काटने से भी किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई मंडियों में गेहूं में नमी की मात्रा ज्यादा बताकर भी खरीद करने से इंकार किया गया। मंडियों द्वारा बारिश से बचने के लिए तिरपाल तक उपलब्ध नहीं करवाए गए। मौसम विभाग ने 19 अप्रैल को भी बारिश होने की सूचना जारी की है जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार मंडियों में तुरंत पुख्ता इंतजाम करे।
  अभय सिंह चौटाला ने कहा  कि हमने पहले भी कई बार मंडियों में फसलों की धीमी खरीद, गेट पास न काटने, नमी के नाम पर फसल न खरीदने, बारदाने की कमी, किसानों के लिए पीने के पानी और शौचालय जैसी सुविधाओं को लेकर सरकार को चेताया है लेकिन भाजपा सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। भाजपा सरकार किसानों की दुश्मन है और हर संभव प्रयास करती है कि कैसे किसानों को कमजोर किया जाए। अब किसानों के पास पूरा मौका है जब लोकसभा चुनावों में वोट की चोट से भाजपा को सबक सिखाएगा। 

Previous
Previous

भारतीय आर्थिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की

Next
Next

सभी दलों/उम्मीदवारों के साथ समान व्यवहार किया जाए, समान अवसर लागू करना ही एकमात्र मार्गदर्शक - भारत निर्वाचन आयोग