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आजादी की लड़ाई में देश के विभाजन का कोई एजेंडा नहीं था, मगर कुछ नेताओं ने षड्यंत्र कर देश का बंटवारा कराया : पूर्व गृह मंत्री अनिल विज

आजादी की लड़ाई में देश के विभाजन का कोई एजेंडा नहीं था, मगर कुछ नेताओं ने षड्यंत्र कर देश का बंटवारा कराया : पूर्व गृह मंत्री अनिल विज

बंटवारे के दंश को लाखों लोगों ने झेला, लाखों लोग मारे गए व कई प्रभावित हुए, आज स्वतंत्रता दिवस पर उन लोगों को भी याद करने का दिन है : मंत्री अनिल विज

आज स्वतंत्रता दिवस का दिन भविष्य के रास्ते का दिन है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2047 तक विकसित भारत की सोच को आगे ले जाने का दिन है : अनिल विज

पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंबाला के सुभाष पार्क के समक्ष और कोहाट धर्मशाला में ध्वजारोहण किया और शुभकामनाएं दी

*चंडीगढ़, (KK) - हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज के दिन हम 300 साल की गुलामी से स्वतंत्र हुए, जब आजादी की लड़ाई लड़ी गई उसमें विभाजन का कोई एजेंडा नहीं था। उसमें सारे भारत को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी गई थी। मगर, कुछ नेताओं ने षड्यंत्र करके भारत व बंगाल का 20 प्रतिशत हिस्सा धर्म के आधार पर पाकिस्तान को दे दिया और इसका अंजाम लाखों लोगों ने इसे भुगता।

श्री विज आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अम्बाला छावनी स्थित कोहाट धर्मशाला में ध्वजारोहण के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि बंटवारे में दस लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई। कई माताओं और बहनों के साथ चरित्र हनन हुआ, लहलहाते खेत, कारोबार छोड़कर लोगों को भागना पड़ा। लोग गाड़ियों की छतों पर चढ़कर आए, किस प्रकार खेतों में लोग भागते नजर आए, किस प्रकार उन्हें काटा गया। आज का दिन उन लोगों को भी याद करने का दिन है जिन्होंने कुर्बानी दी। आज स्वतंत्रता दिवस है, मगर आज जिन्होंने मूर्खता की उसका भी दिन है और आज आगे चलने व सोचने का भी दिन है। आज का दिन भविष्य के रास्ते का दिन है, आज भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने का दिन है। आज जिन्होंने सीमाओं पर रक्षा कर रहे है उन्हें भी याद करने का दिन है। आज ने 1965, 1971 व कारगिल युद्ध में योगदान देने वाले शहीदों को भी याद करने का भी दिन है।

उन्होंने कहा कि अम्बाला से 1857 में आजादी की लड़ाई शुरू हुई, आज उन शहीदों को भी याद करने का दिन है। सन 1857 के शहीदों की याद में हम अम्बाला छावनी में 500 करोड़ रुपए की लागत से शहीद स्मारक को बना रहे हैं। आज भविष्य को भी याद करने का दिन है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमारी शिक्षा, ढांचा, व्यवस्था आगे बढ़े आज उसे भी याद करने का दिन है। हमें आज संकल्प लेना है कि हम भविष्य में अपने देश को विकसित भारत बनाएंगे। हमें शपथ लेनी चाहिए हम अपनी नीतियां ऐसी बनाएं, जिससे देश आगे बढ़े और 2047 तक विकसित भारत का सपना पूर्ण हो।

नेता जी सुभाष चंद्र बोस को नमन कर सुभाष पार्क के समक्ष पूर्व मंत्री अनिल विज ने तिरंगा फहराया

इससे पहले, पूर्व मंत्री अनिल विज ने सुभाष पार्क के समक्ष भारतीय जनता पार्टी अम्बाला छावनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तिरंगा फहराया। पार्क में नेता जी की प्रतिमा के समक्ष उन्होंने पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें नमन व सैल्यूट किया।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज भारी बरसात में भी इतने सारे लोगों का यहां आकर स्वतंत्रता दिवस मनाना उनके देश-प्रेम की भक्ति का प्रमाण सिद्ध करता है। हम अनेकों वर्षों से सुभाष पार्क के समक्ष तिरंगा फहराते आ रहे हैं और आज के दिन हमने क्या खोया, क्या पाया और हमारी आगे के लिए क्या दिशा है। आज स्वतंत्रता दिवस 2047 में विकसित भारत के संकल्प के साथ मनाया जा रहा है।

देश को आजादी दिलाने में नेता सुभाष चंद्र बोस की बड़ी भूमिका : अनिल विज

श्री विज ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस की देश को आजादी दिलाने में बहुत बड़ी भूमिका है। अंग्रेज सरकार जिसके शासन में सूरज डूबता नहीं था, अंग्रेजों के खिलाफ शास्त्र उठाते हुए सेना बनाना व युद्ध करना यह नेता जी ने किया जिसको भुलाया नहीं जा सकता। सबसे पहले इस देश की धरती पर अंडेमान-निकोबार में आजाद भारत की सरकार बनाना यह नेताजी ने किया। इसलिए उन्होंने जब पार्क बनाया तो उसका नाम सुभाष चंद्र बोस पार्क रखा।

इससे पहले, सुभाष पार्क और कोहाट धर्मशाला में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे पूर्व मंत्री अनिल विज का जोरदार स्वागत किया गया। पूर्व मंत्री अनिल विज ने दोनों स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों की हर टीम को 21-21 हजार रुपए अपने स्वैच्छिक कोष से देने की घोषणा की।

इस अवसर पर भाजपा नेता जसबीर जस्सी, संजीव सोनी बब्बू, किरणपाल चौहान, विजेंद्र चौहान, ललित चौधरी, ललता प्रसाद, ओम सहगल, सोम चोपड़ा, रामबाबू यादव, नरेंद्र राणा, बीएस बिंद्रा, श्याम सुंदर अरोड़ा, फकीरचंद सैनी, अजय बवेजा, सुरेंद्र तिवारी, बलकेश वत्स, रणधीर पंजोखरा, प्रमोद लक्की, राज कुमार राजा, आशीष अग्रवाल, इकबाल ढांडा, सुभाष शर्मा, राजू बाली, अमरनाथ आहूजा, दिनेश आहूजा, राजेंद्र नागपाल, संजीव आहूजा, हिमांशु बत्तरा सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता व अन्य मौजूद रहे।

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