'विभिन्न देशों के नौसैन्य प्रमुखों के साथ भारतीय नौसेना की आउटरीच पहल'
आरएस अनेजा, नई दिल्ली
"महासागर" विशाल समुद्र के लिए भी इस्तेमाल किया जाने एक अन्य शब्द है और यह क्षेत्र में सभी के लिए सक्रिय सुरक्षा एवं विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न देशों के नौसैन्य प्रमुखों के बीच उच्च स्तरीय वर्चुअल बातचीत हेतु भारतीय नौसेना की आउटरीच पहल है।
भारतीय नौसेना द्वारा उच्च स्तरीय वर्चुअल संवाद "महासागर" का पहला संस्करण आयोजित किया गया। इस दौरान नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने अलग-अलग देशों की नौसेना/समुद्री एजेंसियों के प्रमुखों और भारतीय समुद्री क्षेत्रों से सटे तटवर्ती इलाकों के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ चर्चा की। इनमें बांग्लादेश, कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका और तंजानिया शामिल हुए। बातचीत का विषय 'आम चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सामूहिक समुद्री दृष्टिकोण' था, जो हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में सामर्थ्य और क्षमता में सामंजस्य व सहयोग के लिए वर्तमान तथा आवश्यक अनिवार्यता पर प्रकाश डालता है। यह भारत सरकार के 'सागर' क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास' दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इस सम्मेलन के दौरान, भाग लेने वाले सभी देशों के प्रमुखों ने सामान्य समुद्री चुनौतियों और उन्हें सामूहिक व सहकारी तरीके से हल करने की आवश्यकता पर स्पष्ट विचारों का आदान-प्रदान किया। भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 'क्षेत्रीय समस्याओं के लिए क्षेत्रीय समाधान' ढूंढने की आवश्यकता पर बल दिया।