भारतीय रेल चक्रवात ‘मिचौंग’ से निपटने के लिए तैयार

आरएस अनेजा, नई दिल्ली

भारतीय रेल ने चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ से संभावित रूप से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सुचारु और सुरक्षित रेलवे परिचालन को सुनिश्चित व प्रबंधित करने हेतु अपने पूरे तंत्र को बड़े पैमाने पर तैयार किया है। भारतीय रेल ने, चक्रवात से संबंधित आपदा प्रबंधन की तैयारियों के तहत, चौबीसों घंटे निगरानी रखने और ट्रेनों के परिचालन के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने हेतु मंडल/मुख्यालय स्तर पर प्रत्येक पाली में परिचालन, वाणिज्यिक, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, सिग्नल/दूरसंचार, सुरक्षा आदि शाखाओं के अधिकारियों से लैस एक आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। बोर्ड स्तर पर वॉर रूम भी सक्रिय कर दिया गया है और चौबीसों घंटे सभी लोकेशन की निगरानी की जा रही है।

आपातकालीन नियंत्रण में सहायता हेतु प्रत्येक पाली में सुरक्षा परामर्शदाताओं को भी नामित किया जाता है। इसके अलावा, सभी फील्ड अधिकारी वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार उपलब्ध होंगे। आपातकालीन नियंत्रण का प्रबंधन करने वाले अधिकारियों को ट्रेनों के सुचारु परिचालन के लिए फील्ड अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के साथ संपर्क में रहने और चक्रवात की गति एवं आईएमडी द्वारा जारी पूर्वानुमानों पर कड़ी नजर रखने तथा उसके अनुसार ट्रेनों के परिचालन की योजना बनाने का निर्देश दिया गया है।

चेन्नई मंडल की स्वास्थ्य इकाई ने भी अपनी आपदा प्रबंधन कार्ययोजना तैयार कर ली है और दो टीमों का गठन किया है। टीम ए, जिसमें डॉक्टर और अन्य ऑन-ड्यूटी कर्मचारी शामिल हैं, संदेश आते ही प्लेटफार्म नंबर 11 पर स्पार्ट में सवार हो जायेगी और आपदा/दुर्घटना स्थल पर प्रभारी अधिकारी को रिपोर्ट करेगी और राहत कार्य शुरू करेगी। टीम बी हताहतों की संख्या की रिपोर्ट करेगी और टीम बी का एक हिस्सा सड़क मार्ग से आगे बढ़ेगा। बाकी लोग सभी संबंधितों को सूचित करने, मेडिकल टीम ए एवं सीएमएस कार्यालय के साथ संचार बनाए रखने, स्थानीय रेलवे अस्पतालों, पेरम्बूर स्थित रेलवे अस्पताल और स्थानीय निजी अस्पतालों को आपातकालीन तैयारी के लिए सूचित करने के लिए वहीं रुकेंगे।

दक्षिणी रेलवे और अन्य संबंधित परिक्षेत्रों (जोन) ने किसी भी आपात स्थिति में जनता के लिए सामान्य निर्देशों और आपातकालीन संपर्क नंबरों की एक सूची भी जारी की है, जिसमें रेलवे अधिकारियों, चिकित्सा टीमों, आपातकालीन वाहनों, सार्वजनिक पूछताछ के लिए वाणिज्यिक नियंत्रण, टावर वैगन चालकों के फोन नंबर के साथ-साथ विभिन्न स्टेशनों पर उपलब्ध डीजी सेट, पंप, सबमर्सिबल सीवेज पंप आदि की सूची शामिल हैं। जल-जमाव वाले स्थानों की भी पहचान की गई है और ऐसे सभी स्थानों पर विभिन्न सुधारात्मक कार्रवाइयां की गईं हैं।  

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