पंफलेट या पोस्टर आदि पर प्रकाशक, प्रकाशन करवाने वाले का नाम होना जरूरी

चण्डीगढ़, (KK) - लोकसभा चुनाव-2024 के दौरान प्रचार सामग्री का प्रकाशन करने के लिए पोस्टर या पंफलेट पर प्रकाशन करने वाले का नाम, प्रकाशन करवाने वाले का नाम तथा प्रतियों की संख्या छपी होनी चाहिए।

निर्वाचन विभाग की ओर से चुनाव खर्च के विवरण पर पूरी निगरानी रखी जाएगी। इसलिए प्रिंटिंग प्रैस संचालक एनेक्सचर फार्म वन और बी भरकर यह स्पष्ट करेंगे कि प्रचार की सामग्री किस प्रैस से छपवाई गई और इस सामग्री को छपवाने वाला कौन है। साथ ही कितनी प्रतियां छापी गई हैं, यह ब्यौरा भी प्रैस संचालकों को देना होगा।

चुनाव प्रचार की सामग्री को प्रकाशित करने से पहले प्रैस  संचालक इस बात की जांच कर लें कि प्रचार सामग्री की भाषा और विषयवस्तु में कोई आपत्तिजनक शब्द तो नहीं है। प्रचार सामग्री की भाषा किसी व्यक्ति या दल के प्रति अपमानजनक नहीं होनी चाहिए। यह शिकायत कहीं पाई गई तो प्रकाशन करवाने वाले तथा प्रकाशक दोनों के खिलाफ जनप्रतिनिधि  अधिनियम 1951 की धारा 127 ए के तहत कार्यवाही की जा सकती है।

जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि हैंडबिल, पंफलेट, पोस्टर, बैनर इत्यादि छापने का पूर्ण विवरण प्रैस संचालक अपने पास रखेंगे। इसे निर्वाचन विभाग की ओर से कभी भी मांगा जा सकता है। चुनाव प्रचार सामग्री के छापने पर पूरी जिम्मेदारी प्रकाशक तथा प्रकाशन करवाने वाले की रहेगी। इस कार्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता का ध्यान रखें।

Previous
Previous

परमिशन रिजेक्ट कर गालियां लिखने के मामले में चुनाव आयोग ने लीपापोती की कार्रवाई की : अनुराग ढांडा

Next
Next

टर्निंग 18 और यू आर द वन स्लोगन से युवाओं को वोटिंग की प्रेरणा दे रहा है भारत निर्वाचन आयोग